तिमारपुर पुलिस की हमलावरों से सांठगांठ
खौफनाक चेहरा पुलिस का उजागर हुआ
राजीव कुमार
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तीस हजारी की एक अदालत ने अपराधियों के विरूद्ध सही संज्ञान न लेने पर नाराजगी जताते हुए थाना तिमारपुर,दिल्ली पुलिस को 15 मई,2010 को अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया है। यह मामला तिमारपुर की संजय बस्ती में रहने वाले अखिल भारत हिन्दू महासभा के मंडल मंत्री रमेश रावल का है। तीस हजारी अदालत में रमेश रावल की पत्नी अनीता की ओर से एडोवोकेट संजया शर्मा ने एक पिटीशन दायर की थी।
यूनिक लीगल सोल्यूशन्स की चेयर पर्सन एडोवोकेट संजया शर्मा ने एक बताया कि नरेश उर्फ भोंपा, इन्द्रजीत, चरन देवी, महेन्द्र आदि नौ हमलावरों ने रमेश रावल के परिवार पर जानलेवा हमला किया था। हमले में रमेश की बेटी पर मिट्टी का तेल डालकर जलाने का प्रयास किया गया था, जबकि उसके बेटे पर लोहे की राड से वार करने से सिर में 12 टांके आये थे और वो मरने से बाल-बाल बचा था।
एडोवोकेट संजया ने बताया कि थाना तिमारपुर में लिखित शिकायत देने के बावजूद पुलिस ने आरोपियों को बचाने में अपनी वर्दी की ताकत का इस्तेमाल किया। पुलिस लगातार रमेश रावल और अनीता पर हमलावरों से समझौता करने का दबाव डालती रही, ताकि हमलावरों के हितों की रक्षा की जा सके। लेकिन अनीता ने एडोवोकेट संजया से संपर्क कर तीस हजारी न्यायालय में पिटीशन दायर की। 30 अप्रैल को न्यायधीश जे0पी0 नाहर की अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी जताते हुए पुलिस को 15 मई को हाजिर होकर मामले की पूरी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश जारी किया।
हिन्दू स्वराज्य सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी का कहना है कि हमलावर संजय बस्ती में जुए का सट्टा चलाते हैं व अवैध शराब का कारोबार करते हैं। इनके माध्यम से स्थानिय पुलिस की मोटी कमाई होती है। यही कारण है कि पुलिस हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई नही कर रही है। क्योंकि इससे पुलिस के हाथ से आमदानी का एक मोटा जरिया खत्म हो जाएगा। इन पर विधि सम्मत धारा-307, धारा-308 का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। मगर स्थानिय पुलिस ने नौ हमलावरों में से केवल एक हमलावर महेंद्र और रमेश रावल तथा उनके बेटे सचिन के विरूद्ध धारा-307 का कलन्दरा बनाया।
29/04/10 को थाना तिमारपुर के सामने हमलावरों ने हिन्दू मजदूर सभा के अध्यक्ष कन्हैया लाल राय पर इन्द्रजीत के नेतृत्व में 12 बदमाशों ने घेर लिया और जानलेवा हमला किया। जिसकी पुलिस आयुक्त को हमला वाले दिन ही शिकायत भेजकर हमलावरों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की गई है।
थाना तिमारपुर पुलिस ने पिछले महीने थाने के लैंडलाइन से कन्हैयालाल के मोबाईल
पर फोन करके हमलावरों के खिलाफ की गई शिकायत वापस लेने अन्यथा जान से मारने की धमकी दी थी। इसकी तत्काल शिकायत पुलिस आयुक्त और पुलिस उपायुक्त अतिरिक्त को की गई थी। किन्तु आज तक दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई नही की गई।