अखिल भारत हिन्दू
महासभा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी ने कहा कि वीर सावरकर की
राष्ट्रवादी विचारधारा आज भी प्रासंगिक
है। उनकी नीतियों को आत्मसात करके ही आतंकवाद की समस्या के विरूद्ध
निर्णायक लड़ाई लड़ी जा सकती है और भारत को आतंकवाद मुक्त राष्ट्र बनाया जा सकता
है। रविन्द्र द्विवेदी दिल्ली प्रदेश की ओर से लक्ष्मी नगर के कृष्णा कुंज में
आयोजित वीर सावरकर के बलिदान दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
रविन्द्र द्विवेदी ने कहा कि वीर सावरकर ने
स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों का मार्गदर्शन करके मातृभूमि को स्वतंत्र
कराने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान दिया। सांप्रदायिकता की नींव पर पृथक
पाकिस्तान के निर्माण का उन्होंने हिन्दू महासभा के माध्यम से अन्त तक विरोध
किया, किन्तु कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने उनके विरोध को दरकिनार
करते हुये देश-विभाजन को स्वीकार कर लिया। साम्प्रदायिकता के आधार पर बना पाकिस्तान
आज आतंकवाद की सबसे बड़ी फैक्ट्री बन चुका है, जो निरंतर भारत का
आतंक और सांप्रदायिक हिंसा के माध्यम से इस्लामीकरण करने की योजना को अघोषित रूप
से क्रियान्वित करने में जुटा है।
रविन्द्र द्विवेदी ने कहा कि वीर सावरकर ने
देश विभाजन के समय जो चिन्ता प्रकट की थी, वो आज पूरी तरह से
सही साबित हो रहा है। वीर सावरकर ने स्वतंत्र भारत में पाकिस्तान और भारत को
मिलाकर अखण्ड भारत के निर्माण और हिन्दू स्वराज्य की स्थापना के लिये अभियान
चलाते रहे, लेकिन कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण और छद्म धर्मनिरपेक्ष
नीतियों ने उनके अभियान सफल नही होने दिया। रविन्द्र द्विवेदी ने कहा कि हिन्दू महासभा
आज भी अखण्ड भारत के निर्माण की दिशा में
सार्थक प्रयास कर रही है, लेकिन सत्ता की चाबी हासिल
किये बिना इस प्रयास को साकार नहीं किया जा सकता।
कार्यक्रम में भारी संख्या में उपस्थित
हिन्दू महासभाईयों ने वीर सावरकर के अधूरे मिशन को पूरा करने का संकल्प लिया।
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