अखिल भारत हिन्दू महासभा अपनी राजनीतिक शक्ति
का अहसास कराने और श्रीराम जन्म भूमि पर भव्य मन्दिर निर्माण का सिंहनाद करने के
लिये 25 मई को अयोध्या में हिन्दू सम्मेलन
आयोजित करेगी। सम्मेलन का आयोजन कमलेश तिवारी के नेतृत्व में किया जा रहा है।
सम्मेलन में पांच हजार से ज्यादा हिन्दू महासभाईयों और साधू-संतों को जुटाने का
लक्ष्य रखा गया है। यह जानकारी हिन्दू महासभा के उत्तर भारत के प्रभारी एवं
फैजाबाद लोकसभा के उम्मीदवार रविन्द्र द्विवेदी ने आज जारी बयान में दी।
श्री द्विवेदी ने जारी बयान में कहा कि हिन्दू
सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हिन्दू सम्मेलन में श्रीराम
जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का राजनीतिकरण करने वाले संगठनों को बेनकाब करने
और हिन्दू महासभा तथा साधू-संतों के नेतृत्व में भव्य मन्दिर निर्माण का
सिंहनाद होगा। सम्मेलन में जम्मू कश्मीर
की धारा 370 की समाप्ति, समान नागरिक संहिता लागू करना, पृथक अवध प्रांत का गठन, गो हत्या और धर्मांतरण के
विरूद्ध कानून बनवाना, धर्म सापेक्ष हिन्दू राजनीति के माध्यम से
आतंकवाद के समूल नाश, धर्म रक्षा-राष्ट्र रक्षा, जीव रक्षा का संकल्प सहित एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय प्रस्ताव पारित किया
जायेगा।
हिन्दू सम्मेलन में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान आदि विभिन्न प्रदेशों में पांच हजार से ज्यादा
प्रतिनिधियों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रान्तीय हिन्दू महासभा
पदाधिकारियों को हिन्दू सम्मेलन को सफल बनाने के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश जारी
किया जा रहा है। हिन्दू सम्मेलन को स्वामी ज्ञानदास जी महाराज, स्वामी ओम जी महाराज, बस्ती लोकसभा के हिन्दू महासभा प्रत्याशी अधिवक्ता सुशील मिश्रा, हिन्दू स्वराज्य सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र भाटी
सहित अयोध्या के अनेंक जाने-माने धर्माचार्य संबोधित करेंगे।
सम्मेलन में हिन्दू महासभा के पूर्व पूर्व
पदाधिकारियों डॉ0 संतोष राय, स्वामी चक्रपाणी, हिमानी सावरकर, चंद्र प्रकाश कौशिक, बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र, बाबा राम स्वरूप जी महाराज, स्वामी विद्या चैतन्य जी महाराज, महन्त नारायण गिरी
जी महाराज, राकेश आर्य, राजकुमार त्यागी
आदि को भी उत्तर भारत हिन्दू महासभा आमंत्रित करेगी। 25 मई, 2013 को होने वाला हिन्दू सम्मेलन देश की राष्ट्रीय
राजनीति में परिवर्तन का आगाज होगा।
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