बुराड़ी
विधानसभा के जाने-माने समाज सेवक और गौ रक्षक सुरेन्द्र रौतेला की अखिल भारत हिन्दू
महासभा से बढ़ती नजदीकियों से बढ़ती राजनैतिक गलियारों में चर्चा गरम है कि
सुरेन्द्र रौतेला बुराड़ी विधान सभा से हिन्दू महासभा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
पहले हिन्दू महासभा कार्यालय की बैठक में उनकी मौजूदगी और 28 सितंबर को संत
नगर में शहीद भगत सिंह जयंती समारोह में उनकी उपसिथति को लेकर मतदाताओं को आभास हो
चुका है कि सुरेन्द्र रौतेला निशिचत रूप से हिन्दू महासभा के टिकट पर विधायक बनने
की राह पर अग्रसर हैं।
हिन्दू महासभा
के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी अपनी सभाओं में बार-बार घोषणा कर रहे हैं कि
सुरेन्द्र रौतेला को बुराड़ी विधानसभा से अगला विधायक निर्वाचित करना हिन्दू
महासभा का लक्ष्य है। रविन्द्र द्विवेदी की घोषणाओं के अनुसार सुरेन्द्र रौतेला
हिन्दू महासभा से चुनाव लड़ते हैं तो उनका स्वागत है। हिन्दू महासभा के टिकट पर
चुनाव नही लड़ते तो भी हिन्दू महासभा सुरेन्द्र रौतेला को अपना समर्थन देगी।
सुरेन्द्र
रौतेला के समर्थकों का कहना है कि सुरेन्द्र रौतेला निर्दलीय चुनाव किसी भी कीमत
पर नही लड़ेंगे। सुरेन्द्र रौतेला को चुनने का आहवान वाला पम्पलेट कालोनियों में
बांटा जा रहा है, जो उम्मीदवारों
को उनकी दावेदारी को पुख्ता करता है। निर्दलीय न लड़ने का ऐलान और हिन्दू महासभा
से उनकी नजदीकियां समझने के लिये पर्याप्त है कि देर-सबेर हिन्दू महासभा का दामन
थामकर चुनावी वैतरणी पार लगाने का प्रयास करेंगे।
सुरेन्द्र
रौतेला उत्तराखण्ड समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। बुराड़ी विधानसभा में पूर्वांचल, हिमाचल, राजस्थान और समाज
के सभी वर्गों में सुरेन्द्र रौतेला की लोकप्रियता और हिन्दू महासभा का समर्थन
विधान सभा चुनाव में सुरेन्द्र रौतेला की जीत को पुख्ता करता है। यह कांग्रेस, भाजपा, बसपा, लोजपा और आम आदमी
पार्टी के लिये खतरे की घण्टी है। सुरेन्द्र रौतेला के बढ़ते कदमों को रोकने के
लिये इन दलों की बदलती रणनीतियों के बीच बुराड़ी विधानसभा चुनाव बहुकोणीय संघर्ष में देखना बेहद रोचक होगा।
No comments:
Post a Comment