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Thursday, December 27, 2012

फाँसी या नपुंसक बनाने से कम न हो बलात्कार की सजा-रविन्द्र द्विवेदी



अखिल भारत हिन्दू महासभा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी ने बलात्कार की सजा पर मौजूदा कानून को बदलकर कठोर कानून बनाने के लिये जस्टिस वर्मा समिति के गठन का स्वागत किया है। नागरिकों से सुझाव आमंत्रित करना भी एक अच्छी पहल है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे।

रविन्द्र द्विवेदी ने कहा कि बलात्कार किसी भी नारी के जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी होती है। यह पीड़ा उसे ताउम्र सहनी पड़ती है, जिससे पीड़िता को अपनी ही जिंदगी एक बोझ महसूस होने लगती है। बलात्कारी को कठोर से कठोर सजा देकर ही नारी समाज के लिये नासूर बन चुकी बलात्कार की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है। रविन्द्र द्विवेदी ने जस्टिस वर्मा समिति के पास ईमेल से आज अपने सुझाव भेजे। सुझाव में कहा गया है कि बलात्कारी को फाँसी या नपुंसक बनाने से कम सजा नही होनी चाहिये।  उन्होने कहा कि नपुंसक बनाने से बलात्कार करने वाले अपराधी को सारी जिंदगी अपनी गलती का अहसास होगा।

नपुंसक के रूप में बलात्कारी को देखकर समाज में भय पैदा होगा और बलात्कार के मामलों पर अंकुश लगेगा। रविन्द्र द्विवेदी ने बलात्कारी को नपुंसक बनाने के साथ बीस साल के सश्रम कारावास की सजा दिये जाने का सुझाव भी जस्टिस वर्मा समिति को दिया है।

नाबालिग लड़की से बलात्कार और बालिग लड़की अथवा महिला से सामूहिक बलात्कार के साथ हत्या अथवा हत्या के प्रयास का आरोप होने पर बलात्कारी को फाँसी पर लटकाने का सुझाव भी वर्मा समिति को दिया है। इसके अलावा रेप की एफआईआर दर्ज होने के एक सप्ताह में अदालत में पुलिस द्वारा चार्जशीट पेश करने और फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रतिदिन सुनवाई कर 60 दिन में निर्णय सुनाने का परामर्श भी दिया गया है।

रविन्द्र द्विवेदी ने चलती बस में सामूहिक बलात्कार की पीड़िता दामिनी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुये पुलिस द्वारा निहत्थे आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं का दमन करने की तौर-तरीकों की आलोचना की। उन्होने कहा कि पुरूष पुलिसकर्मियों द्वारा आंदोलनकारी छात्राओं से बदसलूकी और लाठीचार्ज दिल्ली पुलिस का भयानक चेहरा उजागर करता है। 

सुभाष तोमर नामक पुलिसकर्मी की मौत का कारण आंदोलनकारियों की पिटाई बताना छात्रओें के साथ बदसलूकी और लाठीचार्ज की घटना से ध्यान हटाने का पुलिस आयुक्त नीरज कुमार का षडयंत्र है। इस प्रकरण में निर्दोष आठ लोगों की गिरफ्तारी कानून की शक्तियों का खुला दुरूपयोग है। अब यह स्पष्ट हो चुका है कि सुभाष तोमर अपने आप गिरा था और उसके शरीर पर कोई चोट का निशान नही था। नीरज कुमार का षडयंत्र सफेद झूठ है जिसे हिन्दू महासभा किसी भी कीमत पर सहन नही करेगी। रविन्द्र द्विवेदी ने पुलिस आयुक्त से इस्तीफे की मांग  करते हुये मांग के समर्थन में पुलिस मुख्यालय पर आंदोलन की चेतावनी दी है।




Tuesday, December 18, 2012

मोटी-मोटी किताबों में बंद कानून की जानकारी हर इंसान के लिये जरूरी- रविन्‍द्र द्विवेदी



कानून के के विशेषज्ञों तक सीमित मोटी-मोटी किताबों में बंद कानून की जानकारी हर इंसान के लिये जरूरी है। कानून की जानकारी से इंसान की तरक्‍की पर आधारित अपराधमुक्‍त समाज का सृजन कर सकता  है। कानूनी जागरूकता के अभाव में आम आदमी भ्रष्‍टाचार, रिश्‍वतखोरी और उत्‍पीड़न से ग्रस्‍त है। आम आदमी  तक कानूनी जागरूकता और न्‍याय की रोशनी पहुंचाकर ही सशक्‍त भारत का निर्माण किया जा सकता है। यह प्रेरक उद्गार अखिल भारत हिन्‍दू महासभा उत्‍तर भारत के प्रभारी एवं दिल्‍ली प्रदेश अध्‍यक्ष  रविन्‍द्र कुमार द्विवेदी ने श्रीराम आधार फाउण्‍डेशन और ऑल इण्डिया क्राइम इाईलाईटिंग एंड सोशल वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन द्वारा बुराड़ी के बाबा कॉलोनी में स्थित माता वैष्‍णों देवी मंदिर में आयोजित मुफ्त कानूनी सलाह एवं स्‍वास्‍थ्‍य  जांच शिविर का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में व्‍यक्‍त किये।


रविन्‍द्र द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि आम आदमी को कानून की जानकारी देकर  आम आदमी के सशक्तिकरण में अधिवक्‍ता  शिवकुमार खि‍च्‍ची  और उनकी संस्‍था ऑल इण्डिया क्राइम इाईलाईटिंग एंड सोशल वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अन्‍य गैर सरकारी संगठनों और समाज सेवियों को इस भूमिका से प्रेरणा लेकर आम आदमियों की आबादी में कानूनी जागरूकता  एवं मुफ्त कानूनी सलाह शिविरों के आयोजनों को गति देकर आम आदमी के विकास और खुशहाली का रास्‍ता तैयार करना होगा।


शिविर के संयोजक खिच्‍ची ने कहा कि उनकी संस्‍था का कानूनी जागरूकता एवं मुफ्त  सलाह शिविर के आयोजन का यह कारवां आगे भी जारी रहेगा। शिविर में भारी संख्‍या में स्‍थानिय लोगों ने शिरकत की और अपनी जमीन-जायदाद विवाद, दहेज प्रताड़ना  और घरेलू हिंसा, पारिवारिक विवाद से जुड़ी समस्‍याएं अधिवक्‍ता समाज के पांच प्रतिनिधियों की समिति के सामने रखा। शिविर में जाने-माने अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ0  अनिल  कुमार ने आम जनता की अस्थि रोगों का नि:शुल्‍क परीक्षण किया और रोगों की चिकित्‍सा पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
श्रीराम आधार फाउण्‍डेशन की कोषाध्‍यक्ष अधिवक्‍ता संजया शर्मा ने जारी बयान में बताया कि शिविर जनता की आवाज के अध्‍यक्ष श्‍याम गोपाल ने ‘’कमाल है कमाल है, राशन की दूकान पर राशन का अकाल है, सोनिया और शीला के गाल लाल-लाल हैं’’ नामक कविता से उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया।


शिविर में बुराड़ी वार्ड से नगर निगम प्रत्‍याशी रह चुकी समाज सेविका श्रीमती बीना भट्ट, माता वैष्‍णों देवी चेरीटेबल सोसायटी के अध्‍यक्ष महंत सुरेश कुमार, श्रीराम आधार फाउंडेशन के राष्‍ट्रीय महामंत्री कृष्‍णानंद भट्ट, थम्‍पी विद्रोही, सुशील कुमार मिश्र, रमेश बाल्मिकी आदि ने अपने विचार प्रकट किये और जनसमूह को राशनकार्ड, बिजली, पानी और पेंशन से जुड़ी अनेक नागरिक समस्‍याओं से जुड़ी कानूनी पहलुओं से अवगत कराया और उन्‍हें तमाम नागरिक सुविधायें मुहैया कराने में सहयोग देने का भरोसा दिया।