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Tuesday, February 28, 2012

भाजपा का जनसंघर्ण यात्रा रथ एक राजनीतिक स्टंट


हिन्दू महासभा ने फूंका भ्रष्टाचार का पुतला ---


अखिल भारत हिन्दू महासभा उत्तर भारत के प्रभारी रविन्द्र कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने बुराड़ी विधान सभा के सन्त नगर मेन रोड़ चौक झड़ौदा वार्ड पर भ्रष्टाचार और नागरिक समस्याओं का पुतला फूंका।
पुतला दहन से पहले भारी संख्या में मौजूद लोगो को उत्तर भारत के प्रभारी रविन्द्र कुमार द्विवेदी सहप्रभारी मदन लाल गुप्ता, मुख्य प्रवक्ता सुशील मिश्र एडवोकेट, हिन्दू स्वराज्य सेना के कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र भाटी और दिल्ली के मुख्य प्रवक्ता श्याम गोपाल सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया।
अपने संबोधन में रविन्द्र कुमार द्विवेदी शनिवार को बुराड़ी से आरंभ हुई भाजपा की जनसंघर्ष यात्रा रथ को भाजपा का राजनीतिक स्टंट बताते हुए कहा कि भ्रष्टाचार, मंहगाई और नागरिक समस्याओं के लिए भाजपा और कांग्रेस की जनविरोधी नीतियां समान रूप से दोषी है। उन्होंने भाजपा के स्थानीय निगम पार्षद पर झड़ौदा वार्ड की नागरिक समस्याओें की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सन्त नगर मार्केट के सौन्दर्यीकरण, वाहन और सुलभ शौचालय के निर्माण को प्रथमिकता देने की घोषणा की।
श्री द्विवेदी ने कहा कि नगर निगम चुनाव में सन्त नगर और झड़ौदा के मतदाताओं ने हिन्दू महासभा प्रत्याशी पर भरोसा जताया और चुनाव जिताया तो हिन्दू महासभा एक साल के अन्दर समस्त नागरिक समस्याओं का समाधान करवायेगी ।
दिल्ली प्रदेश के वरिष्ट उपाध्यक्ष विजेन्द्र सिंह राजू पार्चा ने इस अवसर पर दिल्ली नगर निगम चुनाव की सभी सीटों पर राष्टीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि द्रारा जारी टिकट पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की। संगठन महामंत्री संजीव सिंह माथुर ने रविन्द्र कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार और नागरिक समस्याओं के खिलाफ आन्दोलन जारी रखने का ऐलान किया। इस अवसर पर जिला उत्तर पूर्वी दिल्ली के अध्यक्ष कृष्णा नन्द भट्ट, नरेश सिसोदिया जितेन्द्र महतो, बाबा विजय बहादुर सिंह सेगर, कन्हैया लाल राय, रमेश बाल्मीकि, उदय सिंह, दीपक दूबे, सरेश कुमार आजाद, रजनी सक्सेना मूलचन्द सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता और नागरिक उपस्थित रहे।

लोकतंत्र बनाम धनतंत्र -एक मंथन---

रविन्‍द्र कुमार द्विवेदी

दिल्ली नगर निगम चुनाव नजदीक है। पांच साल तक अपनी जनता से दूर रहने वाले निगम पार्षद और टिकट के दावेदार अन्य नेता अब जनता के बीच नजर आने लगे हैं। सड़कों और गलियों के निर्माण के उद्घाटन धड़ाधड़ हो रहा है। जनता का हाल-चाल भी पूछ रहे हैं। कोई भी परेशानी होने पर बेहिचक घर आने का न्यौता दे रहे हैं। नेताओं का जनता प्रेम पांच साल में एक बार ही जागता है।
। चुनाव के समय जनता नेताओ का अपने बीच मंडराती देख समझ गई हैं कि चुनाव उत्सव शुरू हाने वाला है। सुनहरे वादों का सौगात मिलनें वाली है। जनता को वादों से ही संतुष्ट होना पड़ता है। जब मैं ग्यारहवीं कक्षा में था तो हमारे क्लास टीचर हिन्दी के जाने माने विद्वान विज्ञानन्द उनियाल अक्सर कहा करते थे-’अगर काले लोगों में से गोरा इन्सान चुनना हो तो सबसे कम काला इन्सान चुनना चाहिये। यही बात चुनाव के समय नेताओं की जमात पर भी लागू होती है। हमाम में सब बेइमान हैं। इसलिए वोट उसे देना चाहिये,जो सबसे कम बेइमान हो। चुनाव के इस उत्सव में मुझे अपने गुरू के यह उदाहरण रह-रह कर याद आते हैं। फिर मै सोचता हूं कि सबसे कम बेईमान का चयन कर पाना क्या जनता के लिए आसान काम होगा-खैर यह तो एक तथ्य हैं ।
वास्तव में चुनाव लड़ने वाले नेताओं में ईमानदार नेता भी हो सकता है लेकिन धन के अभाव में ईमानदार नेता अपनी पहचान बना ही नहीं पाता। चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव होता है। लेकिन अब लोकतंत्र से लोक गायब हो रहा है और उसकी जगह धन ले रहा है। धन तंत्र अर्थात धनाड्यों का उत्सव आम आदमी कितना ही योग्य ओर ईमानदार क्यो न हो, वो चुनाव लड़ने के विषय में सोच भी नही सकता। राजनीतिक दलों में भी आम आदमी को टिकट देने का चलन भी न के बराबर है। टिकट वितरण में परदें के पीछे टिकटों की बकायदा बोली लगाई जाती हैं। सबसे उंची बोली लगाने वाले के नाम टिकट पक्का हो जाता है। इसका एक उदाहरण गत विधानसभा चुनाव बुराड़ी विधानसभा में देखने को मिला।
उस दौरान आम जनता की जुबान पर था कि बहुजन समाज पार्टी के एक संभावित दावेदार ने टिकट पाने के लिए क्षेत्र में पार्टी प्रचार में ही लाखों रूपये लगा दिये, और बुराड़ी के अधिकंश घरों में मायावती के तस्वीर के साथ अपनी तस्वीर वाली लाखों रूपये की घड़ियां, कलेंडर तथा डायरी आदि छपवाकर बांट दी।
लेकिन चुनाव के ऐन वक्त पर टिकट किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया गया। करोंड़ रूपये खर्च करने के बाद भी बसपा का टिकट हासिल नही हो सका और उन्होंने दूसरे दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गये। जीत बसपा की भी हो नही सकी । धनतंत्र का यह खेल लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। इतना धन खर्च करने के बाद टिकट हासिल होता है। फिर उम्मीदवार शराब और उपहार बांटनें मंे अकूत धन खर्च कर देता हैं।
रूपयों से वोटों की खरीद फरोख्त होती है। इसके लिए बाकायदा बंन्द कमरे में मंडियां लगती हैं। एक उम्मीदवार करोड़ो रूपये खर्च कर देता है। चुनाव जीतने के बाद वो पहले तीन गुना वसूल करता है। चुनाव में खर्च करोड़ो रूपये की लागत उतना ही बचत और उतना ही अगले चुनाव में खर्च करने का फिक्स डिपोजिट। अगर उसके बाद बचा तो विकास कार्य होता है। उसमें भी ठेकेदारों की मिलीभगत से खुली लूट खसोट चलती है।
आम नागरिक विवश होकर टकटकी लगाये सारा मंजर देखता है। उससे किये चुनावी वायदे बस वायदों में ही सिमटकर रह जाते हैें। आम जनता बस अपनी उम्मीदों का बोझ लिए भटकती रहती है, जब अगला चुनाव उत्सव आता है और उसे नये नारों में लिपटे फिर वही पुराने वायदे मिलते हैं। अगले पांच साल तक फिर से उम्मीदों का बोझ ढोने के लिए। हैरतअंगेज तथ्य है कि दिल्ली के आधे से ज्यादा पार्षद विकास निधि में मिलने वाला फण्ड का पूरा इस्तेमाल तक नही कर पाये हैं। जब फण्ड इस्तेमाल ही नही होगा तो विकास और खुशहाली कहां से आयेगी। फण्ड का इस्तेमाल क्यों नही हो पाया, यह शोध का विषय हो सकता है।
मेरे नजरिये से फण्ड का पूरा इस्तेमाल न कर पाने वाले पार्षद को मालूम नही होता कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में कहां-कहां विकास की गुंजाइश है संभवतः उन्हें यह भी मालूम नही होगा कि वो किन-किन मुद्दो पर अपने फण्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं?
कौन-कौन से कार्य उनके अधिकारों के दायरे में आते है। ऐसा भी हो सकता है कि यह सब पार्षदों के संज्ञान में होगा, लेकिन लापरवाही के कारण वो फण्ड का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाये होंगे। ऐसा ही एक कारण शेष बचे फण्ड से होने वाले कार्य में उनका हिस्सा मिलने की गुंजाइश न के बराबर होगी और उनमें उन्होंने अपने फण्ड का इस्तेमाल करना उचित न समझा होगा? ऐसे ही अन्य संभावित कारण भी गिनाये जा सकते हैं। कारण जो भी हो विकास निधि का पूरा फण्ड इस्तेमाल न कर पाना मतदाताओं से गहरा विश्वासघात माना जा सकता है। मतदाता पार्षद को अपना वोट देकर निर्वाचित करता है कि सरकार के खजाने में उसकी जेब से जमा होने वाले टैक्स का खजाना वापस पार्षद अथवा अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के माध्यम से नागरिक सुविधाओं पर खर्च हो। आमतौर पर ऐसा हो कहां पा रहा है?
मेरे नजरिये से विकास निधि का फण्ड पूरा इस्तेमाल करने में असमर्थ रहने वाले जनप्रतिनिधियों पर 6 साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगा देनी चाहिये। यह भी सुनिश्चित होना चाहियेें कि ऐसे दागी निर्वाचित जनप्रतिनिधि के किसी निकट या दूर के रिश्तेदारो को चुनाव लड़ने से रोका जाना चाहिये, अन्यथा दागी जनप्रतिनिधि कुर्सी गंवाने के बाद उसके माध्यम से भी अपनी कारगुजारियों को अंजाम देने की कोशिश कर सकता है?
यह तो मात्र मेरा नजरिया हैे। शासन का मेरे नजरिये से सहमत होना जरूरी नही, लेकिन मतदाताओं को यह बात जरूर समझ आनी चाहिये कि उनका हित और अहित कहां है, और उनको इससे सहमत होने की आवश्यकता है। नगर निगम चुनाव में पुनः अपनी पार्टी के टिकट पर, अन्य पार्टी के टिकट पर अथवा निर्दलीय रूप से पार्षद चुनाव लड़ते हैं तो आम जनता को उनसे पिछले पांच साल के आय-व्यय का ब्यौरा मांगना चाहिये । उनके ब्यौरे से संतुष्ट न होने पर उसका सामूहिक सार्वजनिक बहिष्कार का फैसला आम जनता का सबसे बड़ा हित साबित हो सकता है। उससे भी बड़ा हित तब होगा, जब जनता क्षेत्रवाद, भाषावाद और जातिवाद के प्रभाव में आये बिना योग्य और ईमानदार प्रत्याशी के पक्ष में फैसला करेगी।
अक्सर मतदाता क्षेत्रवाद, भाषावाद और जातिवाद के प्रभाव में आकर वोट डालता है और बाद में अपने आपको ठगा हुआ और असहाय महसूस करता है। सबसे कम काला इन्सान ही काले इंसानो की दुनियां में सबसे गोरा इंसान माना जाता है। मतदाताओं को अपने क्षेत्र के सभी उम्मीदवारों को परखना चाहिये। परखने के लिए उसे कुछ मापदण्डों को अपनाना होगा।
सबसे पहले उसकी शिक्षा, उसके आचरण और उसके अतीत को खंगालना बेहद जरूरी है। जिस उम्मीदवार का अतीत जरा भी भ्रष्टाचार या अपराध में लिप्त है तो वो आम जनता के लिए हितकारी नही हो सकता। वैसे यह बड़ी जटिल समीक्षा होगी, जिस पर आम नागरिकों का खरा उतरपाना बेहद मुश्किल साबित हो सकता है।
इसमे गैर सरकारी संगठन समाजसेवी संगठन और स्वयंसेवी संगठन आम नागरिकों की सहायता में आगे आये तो किसी हद तक सकारात्मक परिणम मिलने की उम्मीद बंध सकती है। अगर मतदाता यह ठान ले कि जो उम्मीदवार चुनाव में सबसे कम पैसा खर्च करेगा, वही उनके वोट का असली हकदार होगा तो न केवल ईमानदार और योग्य पार्षद निर्वाचित होंगे, वरन वो विकास और नागरिक सुविधाओं को मुहैया कराने में भी बेहतर साबित हो सकते हैं। इसमे भ्रष्टाचार और मंहगाई पर लगाम तो लगेगी ही, आम जनता भी खुशहाल बनेगी ।
आम जनृता को नागरिक सुविधायें दिलवाना और उनके जीवन को खुशहाल बनाना ही चुनाव का वास्तविक उद्देश्य होता है। तो आइये, इस पवित्र उद्देश्य को पूरा करने का प्रण लें और दागी, अपराधी, शराब और रूपया बांटने वाले भ्रष्टाचार में लिप्त और अकूत धन चुनाव प्रचार में खर्च करने वाले उम्मीदवारों का बहिष्कार करें और धनतंत्र को पुनः लोकतंत्र में स्थापित करें।

हिन्दू महासभा ने सांसद पर झूठ बोलने का आरोप लगाया

अखिल भारत हिन्दू महासभा उत्तर भारत के प्रभारी एवं वार्ड संख्या 8, झड़ौदा के उम्मीदवार रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने स्थानीय सांसद पर झूठ बोलकर बुराड़ी के नागरिकों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सांसद झूठ बोलने से बुराड़ी विधानाभा के मतदाताओं पर नकारात्मक असर पड़ रहा है जिसका खामियाजा नगर निगम चुनाव में बुराड़ी के चारों वार्डों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को भुगतना पड़ेगा।
रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने अपने आरोप में कहा है कि सांसद एवं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बुराड़ी विधानसभा में होने वाले अधिकतर समारोह में अपने संबोधन मे सबसे पहले यहां के मकानों को न टूटने देने का आश्वासन देकर जनता की वाह-वाही लूटते है। लेकिन उनकी घोषणा के बाद बुराड़ी में कई मकान स्थानीय एसडीएम के आदेश पर तोड़ दिये गये हैं। जिससे कई गरीब लोग ठिठुरती ठंड में खुले आसमान के नीचे रात गुजारने पर मजबूर हो रहे है। अभी हाल ही में कमल विहार गली न. 12 के पीछे कालोनी से लगे लगभग 20 मकानों को एसडीएम के आदेश से ढहा दिया गया।
रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि जिन लोगो के मकानों को ढहाया गया है, वो सभी गरीब वर्ग से है और अपनी जीवन भर की कमाई से पाई-पाई जोड़कर जमीन का एक टुकडा खरीदा और उस पर अपने लिए आशियाना बनाया । तब उन्हें नही मालूम था कि कांग्रेस के शासन में एक दिन उनका आशियाना ढहा दिया जायेगा और उन्हें ठिठुरती ठण्ड में अपने परिवार के साथ जाडा़े की रातें बितानी पड़ेगी। आशियाना बनाने मे उन्हें अपनी जीवन भर की पूंजी गंवानी पडी़। श्री द्विवेदी ने हैरत जताते हुए कहा ऐसी जमीन एनओसी नही मिल सकती जो नक्शे से बाहर है या सरकार, ग्राम पंचायत की जमीन है, ऐसी जमीन बेचने वाले प्रापर्टी डीलर पर कारवाई करने की बजाय प्रशासन गरीब मजलूमों पर कहर बरसा रहा है। श्री द्विवेदी ने मकान बनाते समय रिश्वत लेने वाले पुलिस कर्मियों व एसी जमीन बेचने वाले प्रापर्टी डीलरों के खिलाफ कार्रवाही की मांग की हैै। घरों को ढहाने से पहले प्रभावित परिवारों को सूचना या नोटिस तक नही दिया गया, जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये। श्री दिवेदी ने सांसद से बेघर परिवारों को सांसद निधि से नये मकान बनवाकर देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सांसद के झूठ का पोल खोलते हुए हिन्दू महासभा इसे अपने चुनावी मुद्दो में शामिल करेगी।

Friday, February 3, 2012

हिन्दू महासभा ने भ्रष्टाचार और पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ जन्तर- मन्तर पर किया प्रदर्शन

अखिल भारत हिन्दू महासभा उत्तर भारत के प्रभारी रविन्द्र कुमार द्विवेदी और हिन्दू स्वराज्य सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र भाटी ने संयुक्त नेतृत्व में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार और पुलिस उत्पीड़न से जुडे़ सात सूत्री मांगो को लेकर जन्तर-मन्तर पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन केन्द्रीय गृहमंत्री पी0 चिदम्बरम को सौंपा। ज्ञापन में केन्द्रीय गृहमंत्री से उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिला के आर0टी0ओ0 चुन्नीलाल को भ्रष्टाचार और आय से अधिक सम्पति रखने तथा हिन्दू महासभा कार्यकर्ताओं पर फर्जी मामल दर्ज करवाने के आरोप में बर्खास्त करने, बस्ती जिला से ढाई साल के मासूम अंश तिवारी की तंत्र-मंत्र के लिए बलि लेने वाले हत्यारों की गिरफ्तारी एवं हत्यारों को बचाने का प्रयास कर रहे थानाध्यक्ष रणधीर मिश्रा को बर्खास्त करने,फरीदाबाद बी0एस0एन0एल0 के महाप्रबंधक पी0के0 श्रीवास्तव को ठेकेदार से मिलीभगत और जाली बिलों के आधार पर करोड़ो रूपये के अर्थिक घोटाले के आरोप में तत्काल बर्खास्तगी की मांग एवं फरीदाबाद के ही शब्बर हत्याकाण्ड के हत्यारों की गिरफ्तारी और उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव हेतु उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन तक सचिवालय के प्रमुख सचिव कुंवर फतेह सिंह बहादुर से जिला मजिस्टेªट की नियुक्ति एवं हटाने का अधिकार वापस लेने सहित अन्य मांगें शामिल हैं। प्रदर्शनकारी आज दोपहर दो बजे जन्तर-मन्तर पर पहुंचे और भ्रष्टाचार तथा उत्पीड़न तथा पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए उत्तर भारत के प्रभारी रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने बस्ती के अंश तिवारी हत्याकाण्ड का मामला उठाते हुए पूरे प्रकरण की सी0बी0आई0 जंाच ,हत्यारों की गिरफतारी एवं फांसी की सजा देने की मांग की । उन्होंने फरीदाबाद के बीएसएनएल महाप्रबंधक पी0के0 श्रीवास्तव पर जाली बिलों के आधार पर सरकारी खजाने को करोड़ों रूपये का चुना लगाने का आरोप लगाया। श्री द्विवेदी ने इस आर्थिक भ्रष्टाचार की जांच भी सीबीआई से करवाने और महाप्रबंधक को उनके पद से तुरन्त बर्खास्त करने की मांग की।
श्री द्विवेदी ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सन्देह जताते हुए कहा कि जिला मजिस्ट्रेट ही जिला चुनाव अधिकारी होता है। उनकी नियुक्ति और हटाने का अधिकार उत्तर प्रदेश सचिवालय के प्रमुख सचिव एवं मुख्यमंत्री के खास सिपहसलार कंुवर फतेह सिेह बहादुर के पास है। जब तक यह अधिकार प्रमुख सचिव के पास रहेगा, सभी जिला मजिस्ट्रेट जिला चुनाव अधिकारी के रूप में अपने पद से हटाये जाने के डर से सत्तारूढ़ दल बसपा के हित में काम करने पर विवश होगें । उन्होंने उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रमुख सचिव से प्रदेश में नई सरकार के गठन तक जिला मजिस्ट्रेट की नियुक्ति एवं हटाने का अधिकार तत्काल वापस लेने की मांग की। हिन्दू स्वराज्य सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र भाटी ने अपने संबोधन में फरीदाबाद के शब्बीर हत्याकाण्ड का मामला उठाते हुए कहा कि थाना मुजेसर पुलिस हत्यारों के प्रभाव में उसे पुरा संरक्षण दे रही है। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की । अपने संबोधन में रविन्द्र भाटी ने फरीदाबाद एयरफोर्स स्टेशन के 100 मीटर के दायरे में आने वाले मकानों को तोड़ने का आदेश रद्द करने अथवा प्रभावित लोगों को समान मूल्य के नये मकान बनवाकर देने की आवाज बुलन्द की।
हिन्दू महासभा जिला फैजाबाद अध्यक्ष राकेशदत्त मिश्रा ने फैजाबाद आर. टी. ओ. पर आय से अधिक संपत्ति रखने व अपने विभाग में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और इसकी स्वतंत्र जंाच समिति से जांच करवाने और आर. टी.ओ. को बर्खास्त करने को कहा,साथ ही उन्होंने हिन्दू महासभा कार्यकर्त्ताओं पर आर. टी. ओ. द्वारा दर्ज करवाये फर्जी मामले तुरन्त वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों को हिन्दू महासभा की कानूनी सलाहकार एडवोकेट संजय शर्मा ,उत्तर भारत के सहप्रभारी मदनलाल गुप्ता, हिन्दू युवक सभा उत्तर प्रदेश के महामंत्री नागेश जायसवाल , हिन्दू मजदूर सभा के अध्यक्ष कन्हैया लाल राय तथा प्रचारमंत्री रमेश बाल्मीकि सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया । प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों के एक शिष्ट मण्डल ने एक केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम को ज्ञापन दिया। गृह मंत्रालय से प्रतिनिधि मण्डल को सभी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा मिला है।

गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले समस्त भारतवासियों को मिले आरक्षण -हिन्दू महासभा

अखिल भारत हिन्दू महासभा उत्तर भारत के प्रभारी रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने फैजाबाद में ’मुस्लिम आरक्षण पर राष्टीय चिन्तन विषय पर अपना व्याख्यान देते हुए मुस्लिम आरक्षण की जगह गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने मुस्लिम आरक्षण पर भाजपा के विरोध को घड़ियाली आंसू की संज्ञा दी और कहा कि भाजपा शासित कर्नाटक राज्य में पहले से मुस्लिम आरक्षण लागू है। भाजपा पहले कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण की समाप्ति पर चिन्तन करे।
श्री द्विवेदी ने केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की नौ प्रतिशत आरक्षण और समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव की अठारह प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण की मांग को देश में एक और मुस्लिम राष्ट के विभाजन की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि हिन्दू महासभा मुस्लिम समाज के विकास और उत्थान की विरोधी नही है। लेकिन हिन्दू समाज के पिछड़ा वर्ग के अधिकारों को छीनकर मुस्लिम समाज को देना हिन्दू महासभा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
श्री द्विवेदी ने अपने व्याख्यान में कहा कि देश में रहने वाले सभी जातियों, पंथों और धर्मो में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले भारतीय नागरीकों को आर्थिक आधार पर आरक्षण का योग्य पात्र बताया और केन्द्र सरकार से तत्काल मुस्लिम आरक्षण की जगह अर्थिक आधार पर आरक्षण का कानून लागू करने की मांग की। श्री द्विवेदी ने कांग्रेस की अल्पसंख्यक तुष्टीकरण और मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति को देश के लिए विभाजनकारी बताया । उन्होंने कहा कि देश 15 प्रतिशत अल्पसंख्यकों के नाम पर 85 प्रतिशत बहुसंख्यकों का, कांग्रेस आजादी के बाद से ही नजरअंदाज करती रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की नीतियां राष्ट को मुस्लिम राष्ट घोषित करने के मंसूबों को कभी कामयाब नही होने देगा और देश में हिन्दू स्वराज्य की संकल्पना को साकार करने के लिए अपना धर्मयुद्ध जारी रखेगा।
श्री द्विवेदी ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर नई दिल्ली के बटला हाउस आंतकवाद विरोधी आपरेशन पर तुच्छ राजनीति करने का अरोप, लगाते हुए कहा कि उनके बयान से आतंकवादियों के हौसले बुलन्द होेेते है और शहीदों का अपमान होता है। महज मुसलमानों को खुश करने के लिए विभाजनकारी घटिया राजनीति बन्द होनी चाहिए। व्याख्यान से पहले राष्टीय स्वरूप ’हिन्दी दैनिक’ के सम्पादक जय प्रकाश सिंह ने दिल्ली से प्रकाशित राष्टीय हिन्दी साप्ताहिक ’आदर्श भारत टाईम्स’ के उत्तर प्रदेश के प्रान्तीय कार्यालय का उद्घाटन किया । इस अवसर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश के पत्रकारिता जगत में आदर्श भारत का राष्टीय स्वरूप कैसा हो, इस पर पत्रकारिता को अपनी कलम से समाज का मार्गदर्शन करते हुए दिशा दशा सुनिश्चित करना वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए आदर्श भारत टाईम्स के सम्पादक कृष्णानन्द भट्ट ने इस अवसर पर हिन्दू महासभा के जिलाध्यक्ष राकेश दत्त मिश्रा को प्रान्तीय चीफ ब्यूरो नियुक्त किया। राकेश दत्त मिश्रा ने अपना दायित्व ग्रहण करते हुए अपनी पत्रकारिता को राष्ट रक्षा, धर्म रक्षा, गौ रक्षा और जीवरक्षा पर समर्पित किया । कार्यक्रम में काशी प्रसाद मिश्रा को सुल्तानपुर जिलाघ्यक्ष और शीतला प्रसाद त्रिपाठी को बस्ती जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कार्यक्रम का संचालन हिन्दू युवक सभा उत्तर प्रदेश के महामंत्री नागेश जायसवाल ने किया । इस अवसर पर मुख्यवक्ता हिन्दू स्वराज्य सेना के कार्यकारी अध्यक्ष अजय सिन्हा, दिल्ली प्रदेश के संगठन महामंत्री संजीव माथुर हिन्दू किन्नर जिला संगठन मंत्री राजकुमार जायसवाल सेना की अध्यक्ष हिना सिंह, वरिष्ठ नेता लक्ष्मी राठौर ने अपने विचार प्रकट किया!

राशन दफ्तर और मतदाता पहचान पत्र केन्द्र में दलाली प्रथा खत्म करो-हिन्दू महासभा

अखिल भारत हिन्दू महासभा ने बुराड़ी की जनसमस्याओं पर बाबा कालोनी 60 फुटा रोड़ पर नुक्कड़ सभा अयोजित की । नुक्कड़ सभा को संम्बाधित करते हुए उत्तर भारत के प्रभारी रविन्द्र कुमार दिवेद्वी ने जन संमस्याओं के लिए निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को दोषी ठहराया। उन्होंने राशन दफ्तर और मतदाता पहचान पत्र केन्द्र में दलाली प्रथा और रिश्वत खोरी को तुरन्त खत्म करने की मांग की।
श्री द्विवेदी ने अपने संबोधन में बिजली, पानी और सफाई की समस्या को नागरिकों के लिए बेहद तकलीफदेह बताया और नागरिको से आसन्न निगम चुनाव में समस्याओं की जिम्मेदार कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ मतदान कर करारा सबक सिखाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कंाग्रेस और भाजपा की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ बुराड़ी वार्ड की कालोनी और हर चौराहे पर नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से नागरिको को जागरूक बनानें का अभियान जारी रहेगा।
हिन्दू महासभा के सह प्रभारी मदन लाल गुप्ता प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष सुशील मिश्रा , वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजेन्द्र सिहं ’राजू पार्चा’ संगठन महामंत्री संजीव माथुर उत्तर पूर्वी दिल्ली के जिलाध्यक्ष कृष्णा नन्द भट ,हिन्दू युवक सभा के अध्यक्ष नरेश सिसोदिया, मंत्री मूल चन्द, हिन्दू मजदूर सभा के अध्यक्ष कन्हैया लाल राय ,प्रचार मंत्री रमेश बाल्मीकि सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित कर नगर निगम चुनााव में हिन्दू महासभा को वोट देने की अपील की।